मूल्य निवेश रणनीति और विकास निवेश रणनीति दो अलग-अलग निवेश के प्रकारों को सूचित करने वाली दो विभिन्न निवेश रणनीतियाँ हो सकती हैं. इन दोनों के बीच मुख्य अंतर निवेश के उद्देश्य और प्राधान ध्यानाकर्षण में हो सकता है:
मूल्य निवेश रणनीति –
मूल्य निवेश रणनीति का मुख्य उद्देश्य पूंजी की मूल्य बढ़ाना होता है।
इस निवेश रणनीति में निवेशक निवेश के अदिकांश हिस्से को स्थिर और लिंगी संपत्ति में करते हैं, जैसे कि स्टॉक्स, बॉन्ड्स, और मुद्रा बाजार में निवेश करना।
इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य संपत्ति के वृद्धि के माध्यम से निवेश करने वालों को लाभ प्रदान करना होता है, जिसमें निवेशक निवेश की मूल रकम का निवेश करते हैं और उसकी मूल्य में वृद्धि होती है।
विकास निवेश रणनीति –
विकास निवेश रणनीति का मुख्य उद्देश्य समाज और आर्थिक विकास को प्राथमिकता देना होता है।
इस निवेश रणनीति के तहत निवेशक उन प्रोजेक्ट्स और क्षेत्रों में निवेश करते हैं जो सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, और उद्योगों की विकास योजनाएँ।
इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य समृद्धि, जॉब क्रिएशन, और सामाजिक सुधार को बढ़ावा देना होता है।
इन दोनों रणनीतियों के अंतर को समझने के बाद, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों और मूल्यांकन के आधार पर उनके निवेश नीति का चयन करना चाहिए। कुछ निवेशक अपनी पोर्टफोलियो में मूल्य निवेश और विकास निवेश दोनों को शामिल करते हैं, ताकि वे संतुष्टिप्राप्त कर सकें और सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी योगदान कर सकें
मूल्य निवेश रणनीति –
लक्ष्य: मूल्य निवेश का प्रमुख उद्देश्य अंशदान के नीचे बिक रहे संपत्ति या सुरक्षा को खरीदना और उन्हें दीर्घकालिक धारण करना है, जिसमें उनकी स्वाभाविक मूल्य में वृद्धि होने की उम्मीद होती है। मुख्य ध्यान संपत्ति वृद्धि पर है।
निवेश दृष्टिकोण: मूल्य निवेशक आमतौर पर वित्तीय लेखा, अनुपात, और बाजार के प्रवृत्तियों का विश्लेषण करते हैं ताकि वे उन शेयरों, बॉन्ड्स, या अन्य संपत्तियों की पहचान कर सकें जो उनके आंतरिक मूल्य से कम कीमत पर खरीदी जा रही हैं। वे उन कंपनियों की खोज करते हैं जिनके मूल तत्व मजबूत हैं, लेकिन बाजार के साथी के लिए अस्थायी रूप से प्रिय नहीं हैं।
जोखिम प्रबंधन: मूल्य निवेशक आमतौर पर पूंजी संरक्षण को प्राथमिकता देते हैं और अपने निवेश चयन में अधिक सतर्क रह सकते हैं। उनका मानना है कि अंशदान मूजमें नुकसान के खतरे के खिलाफ सुरक्षा की एक बड़ी रकम प्रदान करता है।
उदाहरण: मूल्य निवेश के प्रसिद्ध निवेशकों में वॉरेन बफेट और बेंजामिन ग्राहम शामिल हैं। वे उन कंपनियों की तलाश में होते हैं जिनमें वित्तीय मूलभूत तत्व मजबूत हैं, लेकिन बाजार के साथी के लिए अस्थायी रूप से प्रिय नहीं हैं।
विकास निवेश रणनीति –
लक्ष्य: विकास निवेश का मुख्य उद्देश्य समाज और आर्थिक विकास को प्राथमिकता देना है।
निवेश दृष्टिकोण: विकास निवेशक उन प्रोजेक्ट्स और क्षेत्रों में निवेश करते हैं जो सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, और उद्योगों की विकास योजनाएँ।
जोखिम प्रबंधन: विकास निवेशक अक्सर समृद्धि, रोजगार सृजन, और सामाजिक सुधार को बढ़ावा देने के लिए निवेश करने के पक्ष में होते हैं।